Loading
Kaal Sarp Dosp PujaKaal Sarp Dosp PujaKaal Sarp Dosp Puja
(Mon - Saturday)
info@panditg.in
Ujjain

वास्तु के अनुसार धन लाभ बढ़ाने के लिए कौन-सी दिशा है महत्वपूर्ण?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक दिशा का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। चाहे वह स्वास्थ्य हो, समृद्धि हो, या मानसिक शांति, सही दिशा में उचित व्यवस्थाएँ रखने से सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। विशेष रूप से धन लाभ और समृद्धि के लिए सही दिशा का महत्व अत्यधिक है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) और दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) दिशाएँ धन और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।

1. उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण)

उत्तर-पूर्व दिशा वास्तु शास्त्र में सबसे पवित्र मानी जाती है। इस दिशा को देवताओं की दिशा कहा जाता है। यह दिशा न केवल मानसिक शांति और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देती है, बल्कि धन और समृद्धि को भी आकर्षित करती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि इस दिशा को साफ-सुथरा और खुला रखा जाए, तो यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित करती है। यहाँ पर जल स्रोत रखना, जैसे फव्वारा, जल का कुंड, या एक्वेरियम रखना भी लाभकारी होता है।

ध्यान रखने योग्य बातें:

  • इस दिशा को अव्यवस्थित न रखें।
  • यहाँ पर भारी वस्तुएँ जैसे अलमारी, स्टोर रूम, या भारी फर्नीचर न रखें।
  • जल स्रोत जैसे फव्वारा, कूप, या तुलसी का पौधा लगाना अत्यधिक शुभ माना जाता है।

2. दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्नि कोण)

धन और समृद्धि के मामले में दक्षिण-पूर्व दिशा का भी अत्यधिक महत्व है। इसे अग्नि का स्थान माना जाता है और इस दिशा को धन और समृद्धि का कारक माना जाता है। इस दिशा में रसोई या अग्नि तत्व से संबंधित कोई चीज रखना वास्तु के अनुसार अत्यधिक लाभकारी होता है। इसके अलावा, यह दिशा कारोबार और वित्तीय स्थिरता में सुधार के लिए भी जानी जाती है।

ध्यान रखने योग्य बातें:

  • इस दिशा में किचन रखना अच्छा माना जाता है, क्योंकि अग्नि तत्व यहाँ सही स्थान पर होता है।
  • यदि संभव हो, तो धन रखने का स्थान भी दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
  • इस दिशा में अगरबत्ती या दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।

3. उत्तर दिशा: कुबेर की दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा धन के देवता कुबेर की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में तिजोरी या अलमारी रखना बहुत शुभ होता है। इस दिशा का संतुलन सही ढंग से बना रहना चाहिए, जिससे घर में धन का आगमन निरंतर बना रहे। उत्तर दिशा में खुली खिड़कियाँ या दरवाजे होने चाहिए ताकि वहाँ से सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सके।

ध्यान रखने योग्य बातें:

  • तिजोरी या धन रखने की अलमारी का दरवाजा उत्तर दिशा की ओर खुले।
  • उत्तर दिशा में नीले रंग का उपयोग करना धन को आकर्षित करता है।
  • इस दिशा को हमेशा साफ और स्वच्छ रखें, ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।

4. धन का स्थान (तिजोरी या अलमारी)

वास्तु शास्त्र के अनुसार, धन को सुरक्षित और समृद्ध रखने के लिए तिजोरी या अलमारी को हमेशा उत्तर दिशा की ओर खुलने वाली दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि जब भी आप तिजोरी खोलें, वह उत्तर दिशा की ओर खुले और वहाँ से धन का प्रवाह आपके घर में हो।

5. कुछ अन्य सुझाव:

  • घर के मुख्य द्वार के पास तुलसी का पौधा रखें। यह पौधा न केवल सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, बल्कि धन की वृद्धि में भी सहायक होता है।
  • घर के उत्तर-पूर्व कोने में हरे पौधे रखें।
  • यदि संभव हो, तो घर के हर कोने में हल्के रंगों का उपयोग करें, जैसे हल्का हरा, सफेद, या हल्का नीला।

निष्कर्ष:

वास्तु शास्त्र के अनुसार धन लाभ के लिए उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व, और उत्तर दिशा अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। सही दिशा में उचित व्यवस्थाएँ करने से न केवल धन का प्रवाह बेहतर होता है, बल्कि घर में समृद्धि और सुख-शांति भी बनी रहती है। इन दिशाओं का ध्यान रखकर और वास्तु के सिद्धांतों का पालन करके, आप अपने जीवन में धन और समृद्धि को आसानी से आकर्षित कर सकते हैं।

Visit- WWW.Panditg.in
Call now- 8989540544

Leave A Comment